उदित और लता कॉलेज के दिनों से साथ थे और उन्होनें अपने रिश्ते को अंजाम देते हुए शादी कर ली। दोनों विपरीत व्यक्तित्व के होते हुए भी एक दूसरे का हाथ थामे जीवन के कठिन रास्तों पर चल रहे थे। लेकिन कब तक? जैसा कि सब लोग समझते थे, वास्तव में वैसी आदर्श जोड़ी थी उनकी? या फिर उनके रिश्ते की कई परतों में कुछ छिपा भी था? निधि पांडे की “इत्तेफ़ाक” पूछती है, मनचाहे व्यक्ती से विवाह करने पर भी, क्या जीवन हमेशा शांत और सरल रहता है? वो शुरुआती ख़ुशी हमेशा रहेगी? क्या जीवन के उतार-चढ़ाव में जीवनसाथी हमेशा साथ देते हैं? किए गए वादे हमेशा निभाए जाते हैं? SourcesTeamइस कहानी की कथानक आर. एस. चिंतलपाटि द्वारा निर्मित है, निधि पांडे द्वारा लिखी गयी, मधूलिका आचंटा द्वारा संपादित, श्रुति किशोर साही द्वारा आवाज अभिनय, और छायाचित्रण मनोहर कोविर द्वारा किया गया है।
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